जब सोच दिशाहीन होने लगे और सकारात्मकता का आभाव स्पस्ट दिखाई पड़े, वह समय भ्रम की स्थिति पैदा करने वाला समय होता है। यह भ्रम किसी कार्य को करने या न करने के संदार्ब में नहीं बल्कि उस मानसिक प्रविर्ती को दर्शाता है जब अपनी ही कार्य छमता पर अविश्वास हावी होने लगता है। अगर देखा जाए तो यह समय, उन सभी महान व्यक्तियों के अनुसार, जिन्होंने अपने भाग्य की राह को स्वयं बनाया है, एक अद्भुत समय है। यह असल परीक्षा का समय है। यह धर्य की परीक्षा का समय। यह परीक्षा है आपके अन्दर के उस जज्बे की जो तय करता है के आपके अन्दर वह बात है के नहीं।
किसी कार्य को करने के लिए उठाया गया वो पहला कदम ही सबसे कठिन होता है पर उस एक कदम के बाद ही इतिहास बनता है।
वे लोग जिन्होंने अपने सपनो को साकार करने के लिए पहल की थी कभी, यही लोग आज हमारे प्रेरणा श्रोत बने। परन्तु केवल अकांक्षाओ से कुछ हासिल नहीं होता है क्योंकि जो जूते हमें भरने हैं वो काफी बड़े हैं और उनको भरने वालो की क़तर भी लम्बी है।
मौके कभी दोबारा दस्तक नहीं देते मगर मुझ से पूछें तो अवसर कभी दस्तक ही नहीं देते हैं। हमें स्वयं अवसरवादी दरवाजा बनाने के लिए संभावनाएं बनानी पड़ती हैं। फिर उस दरवाजे पर दस्तक देनी होती है। फिर या तो उस दरवाजे को खुलना होगा या फिर टूटना पड़ेगा।
सपने कभी छोटे या बड़े नहीं होते वो तो बस सपने होते हैं। उप्लभ्दि तब है जब हम अपने सपनो को दुसरे छोर से देख पाएं, और सफलता तब है जब हमें उन सपनो को साकार करने का नक्सा दिख जाए। सपने आत्मविश्वास से साकार होते हैं।
एक उम्मीद जगती है जब हम अपने अन्दर के सहज ज्ञान श्रोत पर भरोसा करते हैं। यही उस निर्माण का आधार है।
कई बार सुना है के बुरे वक़्त की एक खासियत होती है के वो गुजर जाता है। उसे गुजरना ही होता है। जैसे सूर्योदय का होना तय है उसी प्रकार उमीदे भी साकार होती हैं। कोई भी आपसे आपका दृढसंकल्प, आपका आत्मविश्वास नहीं छीन सकता। हालात धूमिल लग सकते हैं पर जल्द ही सब कुछ बिलकुल साफ़ और पारदर्शी हो जाएगा एक हीरे की तरह जहाँ आप चमकेंगे और हीरे को चमकने के लिए सूरज की, बस एक किरण काफी होती है।
An initiative,
When thinking starts to become directionless and the lack of positiveness appears, it is time to create confusion. This illusion reflects not only in the context of doing or not doing any work, but it reflects the mental fame when unbelief starts to dominate when its own work goes on. If seen, this time, according to all the great men, who made the path of their own self, is a wonderful time. This is the real test time. It’s time to test the patience This is the test that is within your control which determines that it is not within you.
The first step taken for doing any task is the hardest, but only after that step is history made.
Those people who took the initiative to make their dreams come true, these people today become our inspiration. But nothing is achieved only by the excerpts because the shoes which we have to fill are very large and the filling of those who fill them is too long.
Opportunity never knocks again, but ask me if opportunity never knocks. We have to make possibilities to create an opportunistic door ourselves. Then you have to knock on that door. Then either that door will have to open or break.
Dreams are never too small or big, they just have dreams. This is when we can see our dreams from the other end, and the success is when we see a map of realizing those dreams. Dreams come from self-confidence.
One hope arises when we rely on our innate sense of source. This is the basis of that creation.
Many times it is heard that there is a specialty of bad times that it passes. It has to pass. Just like sunrise is fixed, so does the Ummdeas also come true. Nobody can snatch your confidence from you, your confidence. Things may look bleak but soon everything will be completely clean and transparent as a diamond, where you will shine and the sun to shine the diamond, just a ray is enough.