कलाम को सलाम
ॐ आज फिर हम जुटे हैं तिरंगे हवा में लहराने जश्न मनाने /देश –भक्ति के – ज़ज्बे दिल में जगाने – खोजने होंगे उन शब्दों को जिससे एक कलाम बना था जो विज्ञानं की वीणा पर –मौन ,मधुर ,सौम्य दक्षिण भारतीय राग से उद्भाषित तो हुआ ,लेकिन – अखिल...
ॐ आज फिर हम जुटे हैं तिरंगे हवा में लहराने जश्न मनाने /देश –भक्ति के – ज़ज्बे दिल में जगाने – खोजने होंगे उन शब्दों को जिससे एक कलाम बना था जो विज्ञानं की वीणा पर –मौन ,मधुर ,सौम्य दक्षिण भारतीय राग से उद्भाषित तो हुआ ,लेकिन – अखिल...