एक पहल,
जब सोच दिशाहीन होने लगे और सकारात्मकता का आभाव स्पस्ट दिखाई पड़े, वह समय भ्रम की स्थिति पैदा करने वाला समय होता है। यह भ्रम किसी कार्य को करने या न करने के संदार्ब में नहीं बल्कि उस मानसिक प्रविर्ती को दर्शाता है जब अपनी ही कार्य छमता पर...
जब सोच दिशाहीन होने लगे और सकारात्मकता का आभाव स्पस्ट दिखाई पड़े, वह समय भ्रम की स्थिति पैदा करने वाला समय होता है। यह भ्रम किसी कार्य को करने या न करने के संदार्ब में नहीं बल्कि उस मानसिक प्रविर्ती को दर्शाता है जब अपनी ही कार्य छमता पर...