Month: December 2015

शरीर और प्रकृति

ॐ संसार में दो ही सम्बन्ध शाश्वत हैं – शरीर और प्रकृति का| शरीर अराजक स्वछन्द अहं- वादी शासक है जबकि प्रकृति उसकी सहचरी शक्ति है| प्रकृति प्रतिपल शरीर द्वारा पददलित उप्भोग्तावादी क्रय विक्रय की वस्तु बना दी गयी है| शरीर द्वारा सबसे अधिक दोहन प्रकृति के संसाधनों का...